रायपुर 24 जून, 2025। आबकारी विभाग शराब की अवैध बिक्री या शराब तस्करों पर स्मगलिंग की कार्रवाई के लिए जाना जाता है। लेकिन बेमेतरा जिले में कुछ और ही हो रहा है । दरअसल बेमेतरा जिले में आबकारी विभाग में पदस्थ सहायक आबकारी अधिकारी नितिन खंडूजा के ख़िलाफ़ अवैध कारोबारियों से वसूली और धमकी देने की शिकायत की गई है । इस मामले में बेमेतरा जिले के निवासी ने आबकारी विभाग के सचिव को लिखित में शिकायत की है । मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन सदस्यीय टीम जांच के लिए गठित भी कर दी है ।
प्राथी ने शिकायत में लिखा कि सहायक आबकारी अधिकारी नितिन खंडूजा ने पंचायत चुनाव और उससे पहले शराब के अवैध कारोबारियों से सांठगांठ कर 50 लाख रुपए से अधिक की वसूली की है । प्राथी ने शिकायत में आरोप लगाते हुए लिखा कि पंचायत चुनाव 2025 के दौरान कवर्धा बेमेतरा एरिया में शराब कंटेनर पकड़े गए थे जिसमें मध्य प्रदेश में निर्मित गोवा ब्रांड की अवैध शराब थी। इस मामले में तस्करों को बचाने के लिए और गाड़ी को राजसात होने से बचाने के लिए और कुछ लोगों का नाम दबाने के लिए अधिकारी खंडूजा ने लाखों रुपये की वसूली की। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि इस दौरान MP के फैक्ट्री में फ़ोन कर कार्यवाही की भी धमकी दी। जिसके एवज़ में रक़म का लेन देन हुआ।
उन्होंने शिकायत में लिखा कि इस मामले में इनकी सहयोगी बी .भंडारी ने भी साथ दिया । रक़म का हिस्सा उसे भी दिया गया । प्राथी ने आरोप लगाया कि इससे पहले एक शराब ट्रांसपोर्टर से 40 लाख रुपये की रिश्वत भी ले चुके हैं। आबकारी विभाग में नौकरी के दौरान रिश्वत लेने के कई प्रकरण है। हमारी टीम ने इस मामले में पड़ताल की तो पता चला कि कुल तीन गाड़ियां पकड़ी गई है। जिसमें अभी तक राजसात करने की कार्रवाई नहीं हुई है। इस मामले में टीम ने जब विभाग के उच्चाधिकारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि मामले की शिकायत मिली है। इसकी जांच की जा रही है।
टीम ने इस मामले की पड़ताल की तो पता चला कि पंचायत चुनाव के दौरान सरपंचों को बड़े पैमाने पर शराब बांटी गई थी। सूत्रों ने ये भी बताया कि पुलिस की टीम ने शराब को खपाने में पूरी मदद की। एक कंटेनर खाली करने के बदले पुलिस को ढाई लाख रुपए दिए जाते थे। इस पूरे रैकेट में 3 हजार पेटी के हिसाब से कंटेनर से शराब उतारी गई थी। लेकिन सरपंचों को इसे 4500 से 5500 पेटी तक में बेचा गया था। इस सिडिकेट में कई नेताओं के रिश्तेदार भी शामिल थे। वहीं विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इन्हीं गाड़ियों से उतारी गई शराब की सप्लाई सरगुजा में भी की गई थी। इसकी भी जांच की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में मास्टर माइंड अजीत बडतवाल नाम का शख्स है। ये 20 साल से शराब तस्करी कर रहा है। इसी ने छग में सप्लाई की है। इसी बड़तवाल से खंडूजा का कनेक्शन बताया जा रहा है। अजीत ने ही खंडूजा को पैसे दिए। शिकायत पत्र में इसका उल्लेख है।
इस मामले में टीम ने जब एक्साइज ऑफिसर से बात की तो उन्होंने किसी भी तरह की संलिप्तता से इन्कार किया है। जबकि शराब की अवैध सप्लाई करने वाले अजीत बड़तवाल ने रॉंग नंबर कहकर फोन डिस्कनेक्ट कर दिया।